आज के समय आईपीएस और आईएएस का पद एक ऐसा पद होता है जिसे सर्वोच्च मना जाता है। लाखो संख्या मे कैंडिडेट्स इस परीक्षा की तैयारी करते है और परीक्षा देते है। लेकिन उनमे से कुछ ही इस परीक्षा को पास करके एक आईपीएस या फिर आईएएस बनकर देश का नाम रोशन करते है। इसलिए आज के अपने इस आर्टिकल मे हम बात करेंगे उत्तर प्रदेश की एक ऐसी आईपीएस ऑफिसर की। जिनके पिता की एक बात ने उन्हें बना दिया आईपीएस ऑफिसर।
उत्तर प्रदेश की रहने वाली है आईपीएस ऑफिसर लकी चौहान
उत्तर प्रदेश की बुलंद शहर की रहने वाली आईपीएस ऑफिसर लकी चौहान का जन्म लखनऊ के बुलंद शहर मे ही हुआ है। लकी चौहान बचपन से ही पढ़ाई मे काफी अच्छी थी। आपकी जानकारी के लिये हम आपको बता दे की आईपीएस ऑफिसर लकी चौहान के पिता पेशे से एक प्रॉपर्टी डीलर है और माता जी स्कूल की शिक्षक है। लकी चौहान ने 12वीं मे साइंस विषय से अच्छे नंबरो के साथ पास किया फिर उन्होंने आग की पढ़ाई अंग्रेजी साहित्य और इतिहास में ग्रेजुएशन किया। ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद लकी चौहान ने “सहायक कल्याण प्रशासक” के रूप में सरकारि नौकरी शुरू की।
पिता की एक बात ने बना दिया आईपीएस ऑफिसर
उत्तर प्रदेश की आईपीएस ऑफिसर लकी चौहान ने एक बार अपने बयान मे बताया था। की जब वो छोटी थी और नर्सरी कक्षा मे पढ़ती थी। तब उन्होंने एक प्रतियोगिता मे भाग लिया था जिसमें उन्होंने पहला स्थान हासिल किया था। तो उस समय उन्हें सम्मान देने के लिये एसपी या डीएम आये थे। इसके बाद उनके पिता ने उन्हें कहा था की मैं चाहता हूं की मेरी बेटी भी आगे चलकर बड़े होकर एसपी या डीएम बने। तब से पिता जी की ये बात उनके मन मे बैठ गयी और उन्होंने भी आगे चलकर ठान लिया था की वो अपनव पिता के इस सपने को पूरा करेंगे और आखिरकार उनकी मेहनत रंग लायी और वर्ष 2012 में ऑल इंडिया रैंक 246 हासिल की। लकी चौहान वर्तमान में त्रिपुरा स्थित गोमती जिले के उदयपुर में एक एसपी के रूप में तैनात है।