आज के समय में आईएएस और आईपीएस बनना किसी के लिये भी सपने से कम नहीं है। देश में लाखो लोग यूपीएससी की परीक्षा कों देते है। जिसमें से गिने चुने ही लोगों का इस कठिन परीक्षा में सफलता मिलती है। जिसके बाद उनकी देश में एक अलग ही पहचान होती है और वो एक आईएएस या फिर आईपीएस ऑफिसर के पद पर नौकरी करते है और देश की सेवा करते है। इसलिए आज के अपने इस आर्टिकल में हम बात करेंगे एक ऐसी आईएएस ऑफिसर के बारे में जों टॉपर्स के इंटरव्यू और स्टैंड-अप कॉमेडी देखकर बनी आईएएस ऑफिसर
IIT और UPSC क्लियर करके रच दिया इतिहास
आज हम आपकों ओडिशा की रहने वाली मात्र 23 साल की एक सफल आईएएस ऑफिसर सिमी करण की कहानी बताएगे। जिसे सुनकर आप भी काफी मोटीवेट हो जायेगे। ओडिशा की रहने वाली सिमी करण ने अपनी 12वीं की परीक्षा करने के बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिये IIT बॉम्बे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के लिये आवेदन किया।
ट्रेनिंग के दौरान उन्हें गरीब बच्चो और झुग्गी – झोपडीयों के बच्चो को पढ़ाने को कहा गया। जहाँ से उन्हें निस्वार्थ लोगों की सेवा करने के लिये प्रेरित किया। आपको जानकार हैरानी होंगी की 23 साल की ओडिशा की सिमी करण ने एक ही साल में IIT और UPSC क्लियर करके इतिहास रच दिया।
घंटो बैठकर पढ़ाई करने से बेहतर है पढ़ाई की क्वालिटी पर ध्यान देना
ओडिशा की रहने वाली सिमी करण ने आईएएस बनने के बाद एक इंटरव्यू में कहा था की जब वह UPSC की तैयारीयां कर रही थी तो तब वह आईएएस टोपर की वीडियो देखकर मोटीवेट होती थी और उन्होंने अपने विषय को छोटे-छोटे भागो में बाँट दिया था। ताकी उन्हें UPSC की पढ़ाई के दौरान कोई भी परेशानियों का सामना ना करना पडे। अपनी बात जारी रहते हुए सिमी करण ने बताया की वह पढ़ाई के लिये बाकी लोगों की तरह 12 से 14 घंटे नहीं पढ़ती थी। बल्कि अपनी पढ़ाई की क्वालिटी पर ध्यान दिया करती थी।
इसके अलावा अपने माइंड को डाइवर्ट और थकान मिटाने के लिये अक्सर वह टी.वी पर स्टैंड-अप कॉमेडी शो देखा करती थी। ताकी पढ़ाई के दौरान बीच-बीच में वह खुद को फ्रैश कर सके। साल 2020 में अपनी मेहनत और लगन के कारण सिमी करण अपने पहले ही प्रयास में ऑल ओवर इंडिया में 31वीं रैंक हासिल की।